रिपोर्ट-ज़िया अब्बास
नजीबाबाद।जोगीरमपुरी
इमाम हुसैन की शहादत के मोके पर फ़िज़ाओं में लब्बैक या हुसैन ऒर मजलिसों मातम का सिलसिला रात भर चलता रहा सारी रात इमामबाड़ों में शब्बे दारी ऒर इबादत होती रही रोज़े आशूरा इमामबाड़ा दरबारे हुसैनी में मजलिस हुई जिसकी मरसिया ख्वानि जावेद हुसैन, नईम अब्बास, तनवीर अब्बास, जमाल अहमद, क़ुदरत हुसैन ने की ऒर मजलिस को ख़िताब किया मौलाना जलाल हैदर ने कहा कि इमाम हुसैन का पैगाम किसी एक मुल्क या किसी एक धर्म के लिये नहीं बल्कि पूरी इंसानियत के लिये है इसी वजहा से इमाम हुसैन का गम दुनियां के हर मुल्क हर शहर हर एक गाँव में हो रहा है उनकी शहादत अम्न शान्ति, भाई चारा ऒर ज़ुल्म के खिलाफ खड़ा होना है इमाम हुसैन का मक़सद दीने बचाना था.जलूस में नोहे ख्वानि रहबर अब्बास, अली,मन्नान, आज़म, वाजिद रज़ा, अर्शी, फ़िरोज़, अज़ादार आदि ने की जलूस का संचालन क़ुदरत हुसैन, समर हैदर ने की, अंजुमन अज़ाय हुसैनी के मिम्बरान ने ज़जीरों से मातम कर इमाम को खिराजे अक़िदत पेश की। जलूस अपने परम्परागत रास्तों से होता हुआ कर्बला पर जाकर सम्पन्न हुआ अंत में शामे गरीबा की मजलिस हुई उसके बाद ताजिये दफ्न किये गये, जलूस में सुरक्षा की दृस्टि से थाना नगीना देहात के थानाध्यक्ष सर्वेदर कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
Check Also
जोगीरमपुरी में अक़िदत के साथ निकला चेहलुम का जलूस।
🔊 पोस्ट को सुनें नजीबाबाद।जोगीरमपुरी शहीदे करबाला, इंसानियत के रहबर नवासाये रसूल इमाम हुसैन का …